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कॉलेज लाइफ की एक घटना........By पराग त्रिपाठी

पाओलो कोएल्हो ने अपनी जग प्रसिद्ध किताब अलकेमिस्ट में कहा है : Follow us on Instagram - click here "जब आप किसी चीज़ को पूरी शिद्दत से चाहते हैं तो पूरी कायनात उसे आपको दिलाने में जुट जाती है।" कंफ्यूजीआईए नहीं, ओम शांति ओम में इसी डॉयलॉग की सस्ती कॉपी शाहरुख से बुलवाई गयी थी। लेकिन बरसों पहले इसे लिखा पाओलो कोएल्हो ने था। अब ये डायलॉग इधर क्यों चस्पाया गया, ये आखिर में पता चल जाएगा। तो बात तब की है जब अपन मेकैनिकल इंजीनियरिंग के तृतीय वर्ष में थे। एक विषय है जिसका मेकैनिकल के विद्यार्थियों बीच उतना ही डर था जितना गब्बर सिंह का रामगढ़ के वासियों में। वो विषय है डिज़ाइन या इंजीनियरिंग डिज़ाइन या मशीन डिज़ाइन। ऊपर से कोरोना की लहर की तरह ये की ये हर सेम में डिज़ाइन, डिज़ाइन 1 फिर उसके बाद डिज़ाइन 2 एवं डिज़ाइन 3 के नाम से आता था। नाम के साथ जुड़े अंक के बढ़ने के साथ-साथ ये विषय उतना ही जानलेवा होता जाता था। इस विषय में होता ये है कि कई आवश्यक डिटेल/ रिक्वायरमेंट/मटेरियल दिए जाते है प्रश्न में फिर उसके हिसाब से घनघोर गणितीय गणनाएं करके आपको वो पार्ट डिज़ाइन करना होता है। जैसे फ